उन्होंने कहा कि मैं आपको बताऊं कि उन्हें कश्मीर लौटना है। जब तक वे नहीं लौटते हैं, तब तक कश्मीर अधूरा है। वे इस राज्य का हिस्सा हैं और हम उन्हें वापस लाएंगे। मैं (पंडितों के लिए) यह पृथक होमलैंड स्वीकार नहीं करूंगा। उन्हें यहां मुसलमानों के साथ रहना है और मुसलमान उनकी रक्षा करेंगे। इससे पहले पार्टी ने कश्मीरी पंडितों की वापसी समेत विविध मुद्दों पर प्रस्ताव पारित किए।