इसमें दर्जनभर से अधिक लोग घायल हुए हैं। घायलों में संत अविमुक्तेश्वरानंद भी शामिल हैं। संतों का कहना है कि पुलिस ने अनशन पर बैठे लोगों पर लाठियां बरसाईं। गौरतलब है कि इलाहाबाद हाईकोर्ट ने गंगा में मूर्तियों के विसर्जन पर रोक लगा दी है। कोर्ट ने रोक लगाने के साथ ही यह भी आदेश दिया था कि सरकार मूर्तियों के विसर्जन की वैकल्पिक व्यवस्था करे। इसी को लेकर विवाद चल रहा है। धार्मिक संगठन गंगा में प्रतिमा विसर्जन पर अड़े हैं। (एजेंसियां)