पीड़िता के मुताबिक 7 अगस्त (फ्रैंडशिप डे) उसके लिए काला दिन बनकर आया। लेडी बाउंसर के मुताबिक करीब 10 साल पहले उसका पति से तलाक हो चुका है। वह अपनी बेटी के साथ अपने मायके में रहती है। बच्ची और खुद का पेट पालने के लिए वह एक पब में बाउंसर का काम करती है। इस महिला की हरप्रीत नामक एक लड़के से दोस्ती थी, जो कि गुड़गांव (गुरुग्राम) की एक कंपनी में काम करता है।
महिला ने बताया कि फ्रैंडशिप डे को हरप्रीत ने उसे फोन कर गुड़गांव मिलने के लिए बुलाया। चूंकि महिला की उससे दोस्ती थी, इसलिए उसे किसी बात का शक भी नहीं हुआ। महिला ने हां कर दी। हरप्रीत ने कहा कि वह उसे लेने नहीं आ सकता, लेकिन अपने एक दोस्त अमन को उसके पास भेज रहा है। कुछ देर के बाद अमन सेंट्रो कार लेकर आया और वह उसके साथ बैठ कर चली गई।
महिला के मुताबिक गुड़गांव पहुंचने के बाद अमन उसके साथ छेड़छाड़ करने लगा। इसके बाद हरप्रीत भी एक अन्य साथी के साथ वहां पहुंच गया। इन दोनों ने भी उसके साथ हरकतें करना शुरू कर दिया। जब महिला ने विरोध जताया तो तीनों ने पहले तो इसे लोहे की रॉड से बुरी तरह पीटा और फिर चलती कार से धक्का दे दिया। वह लहूलुहान सड़क पर पड़ी कराहती रही।