गहलोत ने इसके साथ ही पिछले साल 14 अगस्त को विधानसभा में तथा 17 व 20 जुलाई को मीडिया के सामने दिए बयान भी जारी किए हैं। इसमें उन्होंने सदन में कहा था कि राजस्थान में कभी परंपरा रही नहीं है विधायकों, सांसदों के फोन अवैध रूप से टैप करने की और न यहां हुआ है, ये मैं कह सकता हूं। (भाषा)