हार्दिक पटेल ने दी गुजरात सरकार को चेतावनी

गुरुवार, 27 अगस्त 2015 (18:33 IST)
अहमदाबाद। गुजरात में राजनीतिक रूप से मजबूत पटेल समुदाय को अन्य पिछडा वर्ग (ओबीसी) में शामिल कर आरक्षण देने की मांग को लेकर आंदोलन चला रहे संगठन पाटीदार अनामत आंदोलन के संयोजक हार्दिक पटेल ने गुरुवार को चेतावनी दी कि 25 अगस्त को उनकी गिरफ्तारी के बाद भड़की राज्यव्यापी हिंसा में मारे गए उनके आठ समर्थकों को सरकार अगर 36 घंटे के भीतर 35-35 लाख रुपए का मुआवजा नहीं देती तो वे अपने समुदाय से दूध, सब्जी जैसी आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति को ठप करने का आह्वान करेंगे।
22 वर्षीय युवा नेता हार्दिक ने आज कहा कि पूरी हिंसा के लिए जिसमें एक पुलिस वाले समेत नौ लोग मारे गए हैं पहले नंबर की कसूरवार पुलिस ही है। दूसरा नंबर सरकार का है और तीसरा उन असामाजिक तत्वों का जिन्होंने ऐसी घटनाओं को अंजाम दिया।
 
उन्होंने कहा कि सरकार को मृतकों को जल्द से जल्द मुआवजा देना चाहिए और ऐसा नहीं होने पर वे गांवों के अपने लोगों से दूध और सब्जियों समेत अन्य जीवनोपयोगी वस्तुओं की आपूर्ति रोकने का आह्वान करेंगे। 
 
हार्दिक ने कहा कि फिलहाल उनका आंदोलन शांतिपूर्वक चलता रहेगा और वे गुजरात में हिंसा को रोकने के लिए कमान संभालने वाली सेना के जवानों को नमन करते हैं। 
 
एक अन्य प्रश्न के उत्तर में उन्होंने मुख्यमंत्री आनंदीबेन पटेल पर परोक्ष प्रहार करते हुए कहा कि यहां की सरकार की बातों से ऐसा लगता है कि इसमें कोई दम ही नहीं है। यह कहती है कि 25 अगस्त की हमारी आरक्षण रैली के बाद जीएसडीसी मैदान के धरने पर पुलिस की बर्बर कार्रवाई की इसको जानकारी ही नहीं थी। ऐसे में यह सोचना पड़ता है कि ऐसे लोगों को सत्ता में किसने बिठा दिया जिन्होंने पुलिस को ही मनमानी करने वाला गुंडा बना दिया है। 
 
पटेल आरक्षण से जुड़े एक अन्य संगठन सरदार पटेल ग्रुप के अध्यक्ष लालजी पटेल के बारे में पूछे गए एक सवाल के उत्तर में उन्होंने कहा कि वह गलत आदमी है और इसी वजह से हाल की हिंसा के दौरान लोगों ने उनके कार्यालय को निशाना बनाया। हमारे आंदोलन को बांटने की कोशिश को बर्दाश्‍त नहीं किया जाएगा। (वार्ता)

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