बाढड़ा (चरखी दादरी) के पुलिस उपाधीक्षक भारत भूषण ने फोन पर बताया कि झुग्गी से मांस का नमूना लेकर उसे जांच के लिए फरीदाबाद की प्रयोगशाला में भेजा गया। हमें रिपोर्ट मिल गई है, जिससे पुष्टि हो गई है कि वह गोमांस नहीं था। उन्होंने बताया कि जल्द ही हम रिपोर्ट के साथ अदालत में चालान पेश करेंगे।
पुलिस के अनुसार, मलिक पर गोमांस खाने का संदेह होने पर आरोपियों ने 27 अगस्त को कथित तौर पर उसे खाली प्लास्टिक की बोतलें बेचने के बहाने एक दुकान पर बुलाया और फिर उसकी पिटाई की। जब कुछ लोगों ने बीच-बचाव करने की कोशिश की तो वे कथित तौर पर उसे दूसरी जगह ले गए और फिर दोबारा से वहां उसकी पिटाई की।