बेंगलुरु। कर्नाटक की राजधानी बेंगलुरु शहर में रविवार और सोमवार की रात हुई लगातार बारिश के बाद सड़कों और आवासीय सोसायटियों के तहखानों में पानी भर गया इसके अलावा कई पेड़ उखड़ गए, जिससे यहां सामान्य जन जीवन अस्त व्यस्त हो गया। इतना ही नहीं भारी बारिश के कारण लोगों को ऑफिस जाने के लिए काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ा। आईटी कंपनी के कई कर्मचारी ट्रैक्टर से ऑफिस पहुंचे।
9 सितंबर तक भारी बारिश की चेतावनी : कई लागों ने इससे संबंधित फोटो और वीडियो सोशल मीडिया पर डाले गए जिससे स्थिति की भयावहता का अंदाजा लगाया जा सकता है। मौसम विभाग ने अगले 4 दिनों के लिए यानी 9 सितंबर तक राज्य भर में भारी बारिश की चेतावनी जारी करने के साथ ही कर्नाटक के तटीय क्षेत्र में रहने वाले लोगों को लगातार बारिश के दौरान समुद्र में नहीं जाने के लिए भी कहा गया है। मौसम विभाग ने कोडगु, शिवमोगा, उत्तर कन्नड़, दक्षिण कन्नड़, उडुपी और चिकमगलूर जिलों में रहने वाले लोगों के लिए येलो अलर्ट जारी किया है।
कर्नाटक के उत्तरी जिलों बीदर, कलबुर्गी, विजयपुरा, गडग, धारवाड़, हावेरी और दावणगेरे में भारी बारिश की संभावना है। बेंगलुरु के आईटी हब को जोड़ने वाली मराठाहल्ली-सिल्क बोर्ड जंक्शन रोड पर भारी ट्रैफिक जाम देखा गया। इसका जिम्मेदार सरकार को ठहराते हुए आईटी कंपनियां राज्य सरकार के खिलाफ उठ खड़ी हुई है।
आईटी कंपनियां सरकार से नाराज : उनकी शिकायत है कि रोडजाम और बारिश की वजह से उनके कर्मचारी 5 से 7 घंटे देरी से कार्यालय पहुंच रहे है, जिससे उनका 200 करोड़ रुपए का नुकसान हो गया। राज्य के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने उनकी शिकायत पर ध्यान देते हुए उनसे बातचीत करने और उनके गुस्से को शांत करने के प्रयास में उन्हें मुआवजा देने का आश्वासन किया है।
वरथुर जैसे कुछ इलाकों में फंसे हुए लोगों को निकालने के लिए राफ्ट और नावों को तैनात किया गया है। दमकल विभाग और अन्य सरकारी विभाग राहत कार्य कर रहे हैं और यातायात बहाल करने के लिए जलजमाव वाली सड़कों को बाहर निकालने की कोशिश कर रहे हैं। स्थानीय प्रशासन से लोगों को बेवजह घर से बाहर जाने और बच्चों को स्कूल भेजने से बचने की सलाह दी है।