इस कार्यक्रम का आयोजन विश्राम घाट के सामने यमुना के दूसरे तट पर होना था, लेकिन 'श्री माथुर चतुर्वेद परिषद' के प्रतिनिधियों ने प्रस्तावित कार्यक्रम का विरोध करते हुए सोमवार को राष्ट्रीय हरित अधिकरण में एक याचिका दायर कर दी थी। इसके बाद इस कार्यक्रम को रद्द कर दिया गया।