पुलिस उससे यह भी पता लगाने का भी प्रयास कर रही है कि डेरा प्रमुख को दोषी करार दिए जाने के बाद पंचकूला सहित राज्य के अनेक हिस्सों में डेरा समर्थकों की बड़े पैमाने पर की गई हिंसा, आगजनी औेर तोड़फोड़ की घटनाओं तथा डेरा प्रमुख को अदालत से फरार करार कर ले जाने की साजिश में कौन-कौन लोग शामिल थे। उससे यह भी जानने की कोशिश होगी कि 25 अगस्त से ही फरार चल रहे डेरा के प्रवक्ता आदित्य इंसां और पवन इंसां से वह संपर्क में थी अथवा नहीं।
हनीप्रीत और सुखदीप को पुलिस ने तीन अक्टूबर को पंजाब के जीरकपुर क्षेत्र से गिरफ्तार किया था। गिरफ्तारी से कुछ ही समय पूर्व हनीप्रीत ने दो निजी चैनलों से बातचीत करके खुद को तथा 'पापा' यानी डेरा प्रमुख को निर्दोष बताया था तथा अदालत में आत्मसमर्पण के संकेत दिए थे। पुलिस ने हनीप्रीत और सुखदीप को बुधवार को अदालत में पेश करके छह दिनों की हिरासत में लिया था। (वार्ता)