रूपवती के बैंक खाते में जमा इन रुपयों पर पप्पू की नजर थी लेकिन वह पैसे किसी को देना नहीं चाहती थी। इसे लेकर पप्पू अकसर अपनी पत्नी को मारा-पीटा करता था। पत्नी का धन न मिलने से नाराज पप्पू 24 मई 2016 को गांव के ही अपने कुछ साथियों के साथ प्रसाद चढ़ाने के लिए रूपवती को नजदीक के एक मंदिर में ले गया और वहां उसकी गला दबाकर हत्या कर दी।