चमोली जिले के आपदा प्रभावित इलाकों से मलबे में दबे व्यक्तियों की खोजबीन लगातार जारी है। चमोली की जिलाधिकारी स्वाति एस भदौरिया ने शनिवार को आपदा प्रभावित क्षेत्र तपोवन व रैणी में रेस्क्यू कार्यों का स्थलीय निरीक्षण करते हुए सर्च अभियान में तेजी लाने के निर्देश दिए। जिलाधिकारी ने बताया कि लापता 206 लोगों में से अब तक 62 लोगों के शव और 28 मानव अंग बरामद किए जा चुके हैं। अभी तक 34 की शिनाख्त हो चुकी है, जबकि 142 लोग लापता हैं।
जिलाधिकारी ने तपोवन बैराज में जमा मलबे को खाली करने के लिए एनटीपीसी को अतिरिक्त मशीनें लगाने के निर्देश दिए। साथ ही बैराज में नदी का पानी न जाए इसके लिए बैराज के ऊपरी छोर से नदी को दूसरी ओर डायवर्ट करने को कहा, ताकि बैराज और टनल से मलबे का जल्दी निस्तारण किया जा सके।
बैराज मे पंपों से पानी निकालने के बाद इसमें भरा मलबा सूखने लगा है और इसमें एक्साबेटर मशीनें लगाकर मलबे की खोजबीन जारी है।जिलाधिकारी ने बताया कि रैणी क्षेत्र में भी मैन साइट पर खोजबीन का काम पूरा हो चुका है। नदी के किनारों पर भी खोजबीन की जा चुकी है और अब नदी के ऊपरी साइड में मलबे से दबे लोगों की तलाश की जा रही है।
जोशीमठ लाल बाजार स्थित एचसीसी कार्यालय में आर्मी, आईटीबीपी, एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, बीआरओ, एनटीपीसी एवं जिला स्तरीय अधिकारियों के साथ रेस्क्यू कार्यों की समीक्षा करते हुए जिलाधिकारी ने एनटीपीसी को क्षेत्र में फैले मलबे का उचित निस्तारण कराने के निर्देश दिए, ताकि भविष्य में कोई खतरा पैदा न हो।
इस दौरान मौजूदा परिस्थितियों पर चर्चा करते हुए टनल और बैराज साइड में भरे मलबे का तेजी से निस्तारण पर जोर दिया गया। जिलाधिकारी ने एनटीपीसी को प्रभावित लोगों में शीघ्र मुआवजा वितरण कराने के भी निर्देश दिए। लोनिवि को रैणी-जुगजू व भंग्यूल में लाक ब्रिज तथा बीआरओ को रैणी में वैली ब्रिज के निर्माण कार्यों में तेजी लाने को कहा।
मृतक पशुओं के मुआवजे के वितरण के लिए एसडीएम को भौतिक सत्यापन करने को कहा गया है, ताकि शासन से गाइड लाइन आने पर मुआवजा वितरण किया जा सके। बैठक में एनटीपीसी के महाप्रबंधक ने बताया कि टनल में पानी है, जिसे पंपिंग कर निकाला जा रहा जिससे टनल से मलबा निकालने में देरी हो रही, लेकिन टनल में रेस्क्यू कार्य लगातार जारी है।
इस दौरान पुलिस अधीक्षक यशवंत सिंह चौहान, सेना के एलटी सीओ विवेक सहाय, एनडीआरएफ के डीसी आदित्य प्रताप सिंह, आईटीबीपी के एसी शेरसिंह बुटोला, एनटीपीसी के एजीएम आरएन सहाय, एडीएम अनिल चन्याल, एसडीएम कुमकुम जोशी, सीवीओ डॉ. शरद भंडारी, ईई आरडब्ल्यूडी अलादिया, ईई लोनिवि डीएस रावत सहित अन्य विभागीय अधिकारी मौजूद थे।
प्रभावित क्षेत्रों में संचालित स्वास्थ्य शिविरों में अब तक 2088 लोगों का स्वास्थ्य परीक्षण किया गया। अब तक 176 पशु चिकित्सा के साथ दवा एवं 84 फीड ब्लाक वितरित किए गए। प्रभावित परिवारों को 553 राशन किट वितरण के अतिरिक्त तपोवन और रैणी में संचालित राहत शिविरों में अब तक 7703 लोगों को भोजन कराया गया। आपदाग्रस्त क्षेत्रों में क्लोरीनेशन के उपरांत पेयजल आपूर्ति सुचारू रूप से जारी है।