इसी तरह मदुरै, इरोड, तूतीकोरिन, रामेश्वरम और कन्याकुमारी जिलों समेत कई जगहों पर पार्टी की विभिन्न शाखाओं ने विरोध प्रदर्शन किया और जयललिता के लिए नारे लगाए।
सत्तारूढ़ अन्नाद्रमुक के समर्थकों को अब भी विश्वास है कि जयललिता कानूनी उपायों का सहारा लेकर पाक साफ निकलेंगी, क्योंकि मामला मनगढ़ंत है। हालांकि प्रदर्शनों की वजह से वाहनों का यातायात बाधित नहीं हुआ और बस एवं दूसरे सार्वजनिक परिवहन वाहन सामान्यत: चलते रहे। (भाषा)