जम्मू। कश्मीर में जंग-ए-बद्र की पहली जीत पर अर्थात इस बार 23 मई को आतंकियों द्वारा बड़े हमले की तैयारी करने की चेतावनी अधिकारियों ने दी है। अक्तूबर 2001 में भी आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा के आतंकियों ने अवंतीपोरा एयरबेस पर हमला करने की कोशिश की थी लेकिन सतर्क जवानों ने इस दौरान 4 आतंकियों को ढेर कर दिया था। यह अटैक अपने आप में ऐसे संवेदनशील प्रतिष्ठान पर पहला हमला था।
दरअसल, कश्मीर घाटी में सुरक्षा बलों ने आतंकी हमले की चेतावनी जारी की है। विशिष्ट खुफिया इनपुट के अनुसार जैश-ए-मोहम्मद के आतंकियों द्वारा श्रीनगर और अवंतीपोरा एयरबेस को निशाना बनाया जा सकता है। इस इनपुट के बाद घाटी में लगभग सभी संवेदनशील इलाकों में सुरक्षा बलों को चौकसी बरतने की हिदायत दी गई है, खासकर इन दोनों एयरबेस के आस-पास।
नगर का दिल कहलाने वाले लाल चौक (घंटाघर) से कुछ ही दूरी पर स्थित पुराने शहर के एक मोहल्ले में आतंकियों की मौजूदगी दर्ज करने के बाद सुरक्षा एजेंसियों को अलर्ट रहने के निर्देश जारी किए गए हैं। सूत्रों के अनुसार लाल चौक से करीब डेढ़ किलोमीटर की दूरी पर स्थित हब्बाकदल इलाके के चिंक्राल मोहल्ले में गुरुवार रात करीब 7.45 बजे लश्कर-ए-तैयबा के 2 से 3 आतंकियों की मूवमेंट देखने को मिली। इनमें से एक आतंकी वहीं का स्थानीय था।
आतंकियों की इस मूवमेंट के बाद से पूरे शहर में पुलिस और सीआरपीएफ समेत अन्य सुरक्षा एजेंसियों को सतर्क रहने के निर्देश जारी किए गए हैं। सुरक्षा बलों को अंदेशा है कि आतंकी शहर के बीचोबीच कहीं-न-कहीं अपनी मौजूदगी दर्ज करने की फिराक में हैं। इसके चलते नागरिक सचिवालय, विधानसभा, हाईकोर्ट, एजी ऑफिस समेत अन्य महत्वपूर्ण भवनों के आस-पास सुरक्षा बढ़ा दी गई है।
इनपुट है कि आतंकी जंग-ए-बद्र (पैगंबर मुहम्मद की पहली सैन्य जीत, जो इस्लामी कैलेंडर के अनुसार रमजान के 17वें दिन यानी इस वर्ष 23 मई को आएगी) के दिन या उससे पूर्व इन जगहों पर हमला कर अपनी मौजूदगी दर्ज करने की कोशिश कर सकते हैं। इससे पूर्व भी आतंकियों ने इस मौके पर घाटी में सुरक्षा बलों पर ग्रेनेड हमले या गोलाबारी करने की कोशिश की है।