आपका जुनून और हौसला आपके किसी भी लक्ष्य में बाधा नहीं बन सकता है। ऐसी कहानी है जमशेदपुर की रहने वाली तुलसी की। कोरोना लॉकडाउन के कारण 11 साल की तुलसी की पढ़ाई रुक गई थी। तुलसी के परिवार की आर्थिक स्थिति इतनी अच्छी नहीं थी कि वह बच्ची की ऑनलाइन पढ़ाई के लिए स्मार्ट फोन, लैपटॉप या टैब खरीद सके। तभी तुलसी ने खुद खरीदने की सोची।
इतना ही नहीं, उन्होंने तुलसी को 13 हजार रुपए का मोबाइट भी दिलाया, साथ ही पूरे साल की पढ़ाई के लिए उसका इंटरनेट रिचार्ज भी करा दिया। अब तुलसी ने भी ठानी है कि वह पढ़ाई कर और जीवन में ऊंचाइयों को छूकर अपने परिवार के सपने को साकार करेगी।