श्रीनगर में ईद को लेकर कोई हलचल नहीं

सोमवार, 22 सितम्बर 2014 (22:24 IST)
श्रीनगर। कश्मीर घाटी का सबसे व्यस्त बाजार लालचौक सिटी सेंटर आमतौर पर इस समय ईद की तैयारियों को लेकर खरीददारों की हलचल का केंद्र होता था लेकिन त्यौहार में केवल 15 दिन बचे होने के बावजूद बाढ़ से हुई तबाही की वजह से यहां इस समय कोई हलचल नजर नहीं आ रही।
बाढ़ के पानी की वजह से आए कचरे के ढेर एवं खराब हो चुके सामान और कीचड़ से निकल रही दुर्गंध से बचने के लिए दुकानदार और राहगीर अपने चेहरे ढंकते नजर आ रहे हैं। बाढ़ की वजह से लाल चौक पर करीब आठ फुट पानी भर गया था और अब भी ऐसे कुछ इलाके हैं जहां पानी भरा हुआ है।
 
लाल चौक के प्रसिद्ध क्लॉक टावर के पास स्थित अबी गुजर इलाके के निवासी अली मोहम्मद ने कहा, ऐसा लग रहा था कि झेलम नदी यहीं बह रही है। मोहम्मद ने कहा, पानी उफन रहा था और एक बार जब पानी कई जगहों पर बांध से ऊपर निकल गया तो इसने रास्ते में आने वाली हर चीज तहस-नहस कर दी। उसने कहा, कुछ ही घंटों में लाल चौक का हर हिस्सा पानी से भर गया। यहां की दुकानों, बैंकों, होटलों और हर मकान में पानी घुस गया। 
 
और अब से करीब 15 दिन बाद जब दुकानदारों को अपना सामान बेचना होगा तो उन्हें सब कुछ नए सिरे से शुरू करना होगा क्योंकि उन्हें अपनी दुकानें साफ करनी होंगी और वह साथ ही पानी से बच गई हर चीज को निकालने की कोशिश करेंगे। 
 
वानी आर्ट्स नाम की दुकान के मालिक निसार अहमद वानी ने कहा, मेरी दुकान लैंबर्ट लेन में भूतल पर स्थित है। पानी दुकान में घुस गया और पूरी मंजिल पानी में डूब गई। उनके बेटे रिजवान अहमद की भी पास ही में रेडीमेड कपड़ों की एक दुकान है। उसकी दुकान में भी सभी सामान क्षतिग्रस्त हो गए।
 
वानी ने कहा, हमें करीब 50 लाख रुपए का नुकसान हुआ। शायद ही कोई चीज बची है जो बाढ़ से खराब न हुई हो। लेन की सभी दुकानें खाली हैं और दुकानदारों ने अपने फर्नीचर खुले में सूखने के लिए डाले हुए हैं। रेजीडेंसी रोड की दो प्रसिद्ध मिठाई की दुकानें भी अब खाली हैं।
 
इस समय बाजार 6 अक्टूबर को होने वाले ईद-उल जुहा से पहले हलचल से भरा होता लेकिन त्यौहार से ठीक एक महीने पहले आई बाढ़ की वजह से त्यौहार के मौसम पर असर पड़ा है। (भाषा)

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