जम्मू। बच्ची से दुष्कर्म के मामले के खिलाफ कश्मीर में बवाल मचा हुआ है। हुर्रियत कांफ्रेंस के कश्मीर बंद के ऐलान के बीच सु़ंबल कांड के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे लोगों और सुरक्षा बलों के बीच पट्टन में हिंसक झड़पों में 47 सुरक्षाकर्मियों समेत 50 लोग जख्मी हो गए। एसएसबी की दूसरी वाहिनी के असिस्टेंट कमांडेंट भी इस दौरान घायल हो गए। उन्हें सिर में पत्थर लगने से गंभीर चोट आई है। कई इलाकों में कर्फ्यू लगा दिया गया है।
पुलिस ने एक बयान में कहा कि उपद्रवियों ने नटियाल राजमार्ग सहित मिर्जुंड, चैनबाला, हरथ्रथ, सिंघोरा, झेला पुल, कृपालपोरा पेनीन और हंजीवरा, जिला बारामूला के इलाकों में हिंसक प्रदर्शन किए और वहां तैनात सुरक्षा बलों पर पथराव किया। शांति बहाली की अपील के बाद भी बढ़ती इन हिंसक घटनाओं को देखते हुए प्रशासन ने सुंबल, पटृटन सहित कइ इलाकों में कर्फ्यू लगा दिया है।
सुंबल दुष्कर्म कांड को लेकर पूरी वादी में शुरू हुए हिंसक प्रदर्शनों के बीच सोमवार को प्रशासन ने पूरे मामले की फास्ट ट्रैक जांच का यकीन दिलाते हुए लोगों से संयम और सद्भाव बनाए रखने की अपील की है। पुलिस ने भी आरोपित को नाबालिग बताने का तथाकथित फर्जी प्रमाणपत्र जारी करने वाले स्कूल प्रिंसीपल को भी पूछताछ के लिए तलब किया है।
राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने बांडीपोरा जिले के सुंबल इलाके में 3 साल की बच्ची से बलात्कार को दुर्भाग्यपूर्ण घटना बताते हुए आईजीपी कश्मीर एसपी पाणि से बात की और मामले में चल रही जांच की विस्तृत जानकारी ली। उन्होंने आईजीपी को मामले में तेजी से काम करने और यह सुनिश्चित करने का निर्देश दिया कि अपराधी को इस शर्मनाक कृत्य के लिए कड़ी से कड़ी सजा मिले।