'ब्लिंक 360' के प्रबंध निदेशक लोवालेन रोजारियो ने बताया कि हमने सबकुछ अपने स्टूडियो में तैयार किया है। हम प्रोजेक्शन मैपिंग की अवधारणा खासतौर पर इस कुंभ मेले के लिए लेकर आए हैं। रोजारियो ने बताया कि समुद्र मंथन की कहानी को पर्दे पर उतारने में हमें डेढ़ महीने का समय लगा और करीब 100 लोगों ने इस परियोजना पर काम किया है। इस फिल्म के लिए वृंदावन के प्रेम मंदिर का सेट तैयार किया गया है। हम इसी सेट पर पूरी फिल्म दिखाएंगे।
उन्होंने बताया कि यह सिर्फ एक कहानी नहीं है, बल्कि इसमें विजुअल इफेक्ट भी है। यह पूरी फिल्म एनिमेटेड है। प्रोजेक्शन मैपिंग आमतौर पर एक ढांचे पर की जाती है। हमने फोम से एक कृत्रिम मॉडल बनाया है। यह कुल मिलाकर 3जी प्रोजेक्शन होगा।
3डी फिल्म देखने के लिए व्यक्ति को 3डी चश्मा पहनना पड़ता है, लेकिन यहां आपको 3डी चश्मा नहीं पहनना पड़ेगा। रोजारियो ने बताया कि हमने स्वयं यह टेक्नोलॉजी पेश की है। अभी तक प्रोजेक्शन मैपिंग का उपयोग विशाल इमारतों पर किया जाता रहा है लेकिन हमने हॉल के भीतर छोटे ढांचे पर यह शुरू किया है।
उन्होंने बताया कि कुंभ मेला क्षेत्र के सेक्टर एक स्थित हॉल में एक शो में 400 लोगों के बैठने की व्यवस्था है। हम 1 घंटे में 2 शो चलाएंगे और एक शो 7 मिनट का होगा। ये वीडियो हिन्दी भाषा में है और प्रति व्यक्ति 50 रुपए का शुल्क लिया जाएगा। कंपनी ने इस आयोजन के लिए करीब 1.50 करोड़ रुपए का निवेश किया है और हमें लोगों से अच्छी प्रतिक्रिया मिलने की उम्मीद है।