एक वीडियो में राकांपा नेता ने कहा कि उम्मीद थी कि मोदी लॉकडाउन के चलते गरीबों की दुरावस्था जैसे मुद्दों के बारे में कुछ बोलेंगे लेकिन उन्होंने निराश किया। आव्हाड ने कहा, ‘मैं नहीं समझ पा रहा कि वह हर चीज को एक इवेंट क्यों बनाना चाहते हैं। यह कुछ नहीं बल्कि बेवकूफी और बचकाना है।’
मंत्री ने कहा, ‘मैं ऐलान करना चाहता हूं, मैं काम कर रहा हूं, मैं गरीबों से मिलता हूं, मैं उनकी देखभाल करता हूं, उन्हें भोजन देता हूं। मैं तेल और मोमबत्तियों पर खर्च करने के बजाय वह पैसा गरीबों को दे दूंगा। मैं अपने घर के सारे लाइट जलते हुए रखूंगा और और एक भी मोमबत्ती नहीं जलाऊंगा।’
उन्होंने कहा कि उम्मीद थी कि मोदी लोगों को आश्वासन देंगे कि जरूरी सामानों, मास्कों, सेनेटाइजर, दवाइयों और परीक्षण किट का पर्याप्त भंडार है लेकिन उन्होंने ऐसा नहीं किया।
मोदी ने अपने संबोधन में लोगों से कोरोना वायरस को हराने के वास्ते सामूहिक जज्बा दिखाने के लिए 5 अप्रैल को रात 9 बजे 9 मिनट तक अपने घर की लाइट बंद कर दीये, मोमबत्तियां और मोबाइल के फ्लैश लाइट जलाने की अपील की है।