देहरादून। जम्मू-कश्मीर के राजौरी जिले में नियंत्रण रेखा के पास शनिवार को बारूदी सुरंग को निष्क्रिय करते समय हुए विस्फोट में मारे गए मेजर चित्रेश बिष्ट अगले महीने शादी के बंधन में बंधने वाले थे। नौशेरा सेक्टर में शनिवार को बारूदी सुरंग होने की जानकारी मिलने के बाद गठित बम निरोधक दस्ते का नेतृत्व बिष्ट ही कर रहे थे।
दस्ते ने एक बारूदी सुरंग को सफलतापूर्वक निष्क्रिय कर दिया लेकिन जब दूसरी सुरंग को निष्क्रिय किया जा रहा था तो उसमें विस्फोट हो गया जिसमें बिष्ट गंभीर रूप से घायल हो गए और बाद में उनका निधन हो गया। शनिवार रात मेजर बिष्ट के शहीद होने की खबर फैलते ही उनके रिश्तेदार और जान-पहचान वाले उनके माता-पिता के प्रति संवेदना व्यक्त करने नेहरू कॉलोनी स्थित उनके घर पहुंच गए।