गौरतलब है कि पंजाब अकाल तख्त ने पंजाब में 2007 से 2017 तक शिरोमणि अकाली दल और उसकी सरकार द्वारा की गई 'गलतियों' के लिए सुखबीर सिंह बादल की 'तनखा' (धार्मिक सजा) का सोमवार को ऐलान कर दिया और उन्हें 'सेवादार' के तौर पर अमृतसर के स्वर्ण मंदिर में बर्तन और जूते साफ करने का आदेश दिया।Breaking News: श्री हरिमंदिर साहिब के बाहर सेवा कर रहे अकाली दल के प्रमुख और पंजाब के पूर्व उप-मुख्यमंत्री सुखबीर सिंह बादल पर हमला, गोली चलाने वाले को मौके पर लोगों ने दबोचा#sukhbirbadal #akalidal #VideoViral #GoldenTemple #breakingnews #webdunia #SukhbirSinghBadal pic.twitter.com/bgydaaETYu
— Webdunia Hindi (@WebduniaHindi) December 4, 2024