नई दिल्ली। Manipur Violence News : सुप्रीम कोर्ट (supreme court) में मणिपुर की स्थिति पर कई याचिकाएं दायर की गई हैं, जिनमें मेइती समुदाय को अनुसूचित जनजाति (ST) दर्जे के मुद्दे पर हाईकोर्ट के आदेश को चुनौती देने वाली सत्तारूढ़ भाजपा के एक विधायक की याचिका भी शामिल है।
मणिपुर में बहुसंख्यक मेइती समुदाय की उसे अनुसूचित जनजाति (एसटी) का दर्जा दिए जाने की मांग के विरोध में ऑल ट्राइबल स्टूडेंट यूनियन मणिपुर (एटीएसयूएम) की ओर से बुधवार को आयोजित आदिवासी एकजुटता मार्च के दौरान चुराचांदपुर जिले के तोरबंग क्षेत्र में हिंसा भड़की, जो धीरे-धीरे पूरे राज्य में फैल गई थी।
मेइती समुदाय को अनुसूचित जनजाति दर्जे पर मणिपुर हाईकोर्ट द्वारा दिए गए विभिन्न आदेशों को चुनौती देते हुए भाजपा विधायक एवं पहाड़ी क्षेत्र समिति (एचएसी) के अध्यक्ष डिंगांगलुंग गंगमेई द्वारा अपील दायर की गई है, जिसमें मेइती को एसटी दर्जे पर मणिपुर हाईकोर्ट द्वारा पारित विभिन्न आदेशों को चुनौती दी गई है। इसमें हाईकोर्ट के आदेश की आलोचना पर अवमानना नोटिस जारी करना भी शामिल है।