पुलिस सूत्रों के मुताबिक तीनों राज्यों का एक संयुक्त अभियान चलाया जा रहा है। तापमान बेहद ज्यादा होने के बावजूद पुलिस गश्त में लगी है। वहीं घटना के बाद आसपास के गांवों में सन्नाटा है। ग्रामीण अपने घरों को छोड़कर चले गए हैं। इस क्षेत्र में पिछले दो महीने में लगातार सड़क निर्माण के बीच 44 जवान शहीद हो गए हैं।
लोक निर्माण विभाग के मुख्य अभियंता आरबी मंगलूरकर ने बताया कि नौ किलोमीटर सड़क निर्माण कार्य विभाग ने किया, आगे का निर्माण कार्य पुलिस हाउसिंग बोर्ड द्वारा किया जा रहा है। उन्होने बताया कि जगरगुंडा गांव सेंट्रल जंक्शन है, जहां से बीजापुर, महाराष्ट्र तथा चिंतागुफा, मरई गुड़ा होते हुये यह सड़क आंध्रप्रदेश को जोड़ेगी। बैलाडिला से जगरगुंडा मार्ग भी लगभग अंतिम चरण में है। (वार्ता)