हुर्रियत नेता ने कहा, ‘जब तक दमन है और ताकत है, आप एक को मारेंगे, दस खड़े हो जाएंगे। इसलिए उनको (आतंकियों को) मारकर भावनाओं को नहीं मार पाएंगे जैसा कि उनके अंतिम संस्कार में दिखा है।' प्रशासन ने आठ हफ्ते बाद उसे जामिया मस्जिद जाने की अनुमति प्रदान की थी।