दरअसल 21 वर्षीय की सारा एमबीए करना चाहती थी। उसने बैंक के सामने शिक्षा ऋण के लिए आवेदन भी दिया लेकिन, बैंक ने गरीबी को कारण बताते हुए उसे लोन देने से इनकार कर दिया। छात्रा ने इस पर हार नहीं मानी और प्रधानमंत्री मोदी की शरण ली।
पीएमओ के आदेश पर छात्रा को बैंक ने 1.5 लाख रुपए का लोन स्वीकृत कर दिया। हालांकि सारा का एजुकेशन लोन दूसरे बैंक से मिला है। बताया जा रहा है कि सारा ने पहले का एजुकेशन लोन चुकता नहीं किया था, इसलिए बैंक ने उसे दोबारा लोन देने से मना कर दिया था।