मूसलधार बारिश के बाद उपनगरीय ट्रेन सेवाएं शुरू होने के थोड़ी ही देर में चर्चगेट और छत्रपति शिवाजी महाराज टर्मिनस पर वैसी ही भीड़ दिखाई देने लगी जैसी कि शाम को कार्यालयों की छुट्टी होने पर दिखाई देती है। लेकिन इस दौरान यात्रा का रुख उल्टा दिखा, क्योंकि सुबह के समय यह भीड़ दफ्तर जाने वालों की नहीं, बल्कि दफ्तरों से लौटने वालों की थी जिन्हें बारिश के चलते रातभर अपने कार्यालयों में ही रुकना पड़ा।
रेलवे स्टेशनों पर पहुंचे लोगों ने बताया कि घर से दूर कार्यालयों में बीती रात के चलते उनके शरीर में दर्द है। पश्चिमी रेल सेवा सीमित रूप से जारी थी, लेकिन मध्य रेलवे की दोनों लाइनों- मुख्य लाइन और हार्बर लाइन पर सुबह 7 बजकर 26 मिनट तक यथास्थिति रही, जब सीएसएमटी से कल्याण के लिए पहली ट्रेन रवाना हुई।
राजकीय रेलवे पुलिस के एक अधिकारी ने कहा कि सीएसएमटी सहित विभिन्न स्टेशनों पर लोग स्टेशन मास्टरों के दफ्तरों में घुसने की कोशिश कर रहे हैं और ट्रेन सेवाएं जल्द से जल्द सुचारु करने के लिए कह रहे हैं। सैकड़ों लोगों को पीछे धकेल दिया गया और स्टेशन प्रबंधक के कार्यालय की घेराबंदी कर दी गई। नगर चौक उपक्षेत्र में लोग हर गुजरते वाहन को लिफ्ट के लिए इशारा करते देखे गए। (भाषा)