जज ने चौकरिया को बताया कि आपने जानबूझकर रेयान को नहीं मारा, आखिर वह आपका मित्र था लेकिन उसकी मृत्यु टल सकती थी। वाहन चलाते समय थकान जान ले लेती है। यह हम सभी जानते हैं। जितने समय तक आपसे वाहन चलाने की अपेक्षा की गई, वह इसके लिए जिम्मेदार है और जो कुछ हुआ उसकी नैतिक जिम्मेदारी आपके नियोक्ता पर थी। (भाषा)