अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (नक्सल विरोधी अभियान) सीवी मुनिराजू ने बताया, ‘इस नक्सली की महाराष्ट्र, छत्तीसगढ़ और मध्यप्रदेश पुलिस को 200 से अधिक मामलों में तलाश थी और इस पर तीनों राज्यों की पुलिस द्वारा लगभग 35 लाख रुपए का इनाम घोषित किया हुआ था, जिसमें सर्वाधिक इनाम महाराष्ट्र द्वारा 16 लाख रुपए का था।
उन्होंने कहा कि मुखबिर तंत्र द्वारा बालघाट के पुलिस अधीक्षक गौरव तिवारी को मिल रही सूचनाओं को विकसित किया गया और इसके ही तहत जानकारी मिली कि सोनगुड्डा के जंगल में दिलीप उर्फ गुहा उइके उत्तर गढचिरोली..गोंदिया डिविजनल कमेटी का सदस्य अपने अन्य 6-7 साथियों सहित सादे कपड़ों में हथियारों से लैस देखा गया है।
मुनिराजू ने कहा, ‘जंगल में इन नक्सलियों की तलाशी के लिए निकली तीन पार्टियों को कंटगटोला और कुझोड़ी के घने जंगल में कुछ नक्सली हथियारों से लैस सादे कपड़ों में दिखाई दिए, जो पुलिस पार्टी से घिरता देख फायर करते हुए अंधेरे का फायदा उठाकर भाग गए। इसी दौरान एक नक्सली सदस्य लड़खडा कर गिर पड़ा, जिसे घेराबंदी कर धरदबोचा गया।’
पुलिस पार्टी को उसने अपना नाम दिलीप उर्फ गुहा उइके निवासी ग्राम माटे का होना और खुद को उत्तर गढ़चिरोली गोंदिया (महाराष्ट्र) डिवीजन कमेटी का सदस्य होना बताया। अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (नक्सल विरोधी अभियान) ने कहा कि इस गिरफ्तार नक्सली से पूछताछ की जा रही है। यह सीपीआई..माओवादी कैडर का बड़ा सदस्य है। (भाषा)