Manipur Violence : नृशंस हत्या और लूटपाट में शामिल उग्रवादी केरल से गिरफ्तार, एनआईए कोर्ट ने भेजा ट्रांजिट रिमांड पर

वेबदुनिया न्यूज डेस्क

सोमवार, 19 मई 2025 (20:24 IST)
Manipur Violence case : राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण (NIA) ने एक प्रतिबंधित उग्रवादी समूह के एक उग्रवादी को केरल से गिरफ्तार किया है, जो पिछले साल मणिपुर के जिरीबाम जिले के एक गांव में एक महिला की नृशंस हत्या और घरों में लूटपाट में शामिल था। इकतीस वर्षीय आदिवासी महिला की 7 नवंबर को हत्या कर दी गई थी और उसे यातना दी गई थी तथा वह 99 प्रतिशत तक झुलस गई थी। उसे कोच्चि स्थित एनआईए की एक विशेष अदालत ने इम्फाल एनआईए अदालत में पेश करने के लिए ट्रांजिट रिमांड पर भेज दिया है। जिरीबाम जिले का रहने वाला उग्रवादी प्रतिबंधित उग्रवादी समूह पीपुल्स रिवॉल्यूशनरी पार्टी ऑफ कांगलीपाक (PREPAK) से जुड़ा है।
 
यह जानकारी अधिकारियों ने सोमवार को दी। अधिकारियों ने बताया कि राजकुमार मैपक्षना को केरल के कन्नूर जिले से गिरफ्तार किया गया और उसे कोच्चि स्थित एनआईए की एक विशेष अदालत ने इम्फाल एनआईए अदालत में पेश करने के लिए ट्रांजिट रिमांड पर भेज दिया है।
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जांच एजेंसी की ओर से जारी एक बयान में कहा गया है कि जिरीबाम जिले का रहने वाला राजकुमार प्रतिबंधित उग्रवादी समूह पीपुल्स रिवॉल्यूशनरी पार्टी ऑफ कांगलीपाक (पीआरईपीएके) से जुड़ा है। इसमें कहा गया है कि वह उस अपराध को अंजाम देने वालों में से एक था, जिसमें नवंबर 2024 में जैरावन गांव में एक महिला जोसंगकिम की हत्या कर दी गई थी और कई मकानों में आग लगा दी गई थी और लूटपाट की गई थी।
 
एनआईए ने पिछले सप्ताह इस मामले में दो अन्य आरोपी उग्रवादियों को गिरफ्तार किया था, जो विभिन्न उग्रवादी संगठनों से थे। बयान में कहा गया कि एजेंसी अपनी जांच जारी रखे हुए है तथा इस जघन्य अपराध के अन्य अपराधियों की तलाश कर रही है।
 
पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट के अनुसार, इकतीस वर्षीय आदिवासी महिला की उसकी 7 नवंबर को हत्या कर दी गई थी और उसे यातना दी गई थी तथा वह 99 प्रतिशत तक झुलस गई थी। रिपोर्ट के अनुसार, पीड़िता के शरीर के कई अंग गायब थे और रासायनिक विश्लेषण के लिए विसरा एकत्र नहीं किया जा सका।
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मई 2023 से इंफाल घाटी में रहने वाले मेइती और आसपास के पहाड़ों पर रहने वाले कुकी-जो समूहों के बीच जातीय हिंसा में 260 से अधिक लोग मारे गए हैं और हजारों लोग बेघर हो गए हैं। मुख्यमंत्री पद से एन बीरेन सिंह के इस्तीफे के बाद केंद्र ने इस साल 13 फरवरी को मणिपुर में राष्ट्रपति शासन लागू कर दिया था। (भाषा)
Edited By : Chetan Gour 

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