नीतीश की ओर से पार्टी के नेताओं के समूहों ने नामांकन पत्र के 4 सेट दाखिल किए थे। ऐसे वक्त जब भाजपा के साथ जद (यू) का गठबंधन असहज दौर से गुजर रहा है, पार्टी के अविवादित नेता के तौर पर नीतीश राज्य में 21 अक्टूबर को होने वाले उपचुनावों और अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव में जद(यू) का नेतृत्व करेंगे।