UP में जिला पंचायत अध्यक्ष पदों के लिए नामांकन दाखिल, सपा ने 11 जिला अध्यक्षों को हटाया
शनिवार, 26 जून 2021 (22:38 IST)
लखनऊ। उत्तर प्रदेश में जिला पंचायत अध्यक्ष के पदों के निर्वाचन के लिए शनिवार को उम्मीदवारों ने अपना नामांकन पत्र दाखिल किया। इस बीच, सपा ने 11 जिलों के पार्टी अध्यक्षों को उनके पद से हटा दिया है। राज्य निर्वाचन आयोग ने उत्तर प्रदेश के सभी 75 जिलों में जिला पंचायत अध्यक्ष के निर्वाचन के लिए शनिवार (26 जून) नामांकन पत्र दाखिल करने की तारीख तय की थी।
प्रदेश के विभिन्न जिलों में मिली खबर के मुताबिक भारतीय जनता पार्टी (भाजपा), समाजवादी पार्टी (सपा), अपना दल (एस) और राष्ट्रीय लोकदल (रालोद) समेत निर्दलीय उम्मीदवारों ने अपना पर्चा दाखिल किया है। राज्य निर्वाचन आयुक्त द्वारा जारी बयान के मुताबिक 17 जिलों में एक ही प्रत्याशी का नामांकन वैध पाया गया है। इस प्रकार इन जिलों के उम्मीदवारों का निर्विरोध निर्वाचित होना तय है।
इस बीच, सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने ट्वीट किया, गोरखपुर व अन्य जगह जिस तरह भाजपा सरकार ने पंचायत अध्यक्ष के चुनाव में समाजवादी पार्टी के प्रत्याशियों को नामांकन करने से रोका है, वो हारी हुई भाजपा का चुनाव जीतने का नया प्रशासनिक हथकंडा है। भाजपा जितने पंचायत अध्यक्ष बनाएगी, जनता विधानसभा में उन्हें उतनी सीट भी नहीं देगी।गोरखपुर से मिली जानकारी के अनुसार भाजपा प्रत्याशी साधना सिंह ने अपना पर्चा दाखिल किया है। उनके निर्विरोध जीतने की संभावना है, क्योंकि सपा प्रत्याशी अपना नामांकन दाखिल नहीं कर पाए।
कौशांबी से मिली जानकारी के अनुसार जिला पंचायत अध्यक्ष पद हेतु भाजपा से कल्पना सोनकर तथा सपा से विज्मा दिवाकर ने नामांकन दाखिल किया। बसपा से किसी प्रत्याशी ने नामांकन दाखिल नहीं किया। बलिया से मिली खबर के अनुसार बलिया में जिला पंचायत अध्यक्ष पद के लिए आज भाजपा की सुप्रिया चौधरी व सपा से आनन्द चौधरी ने अपना नामांकन पत्र दाखिल किया। सपा उम्मीदवार को सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी ने अपना समर्थन दिया है।
गाजीपुर में भाजपा की सपना सिंह तथा सपा की कुसुमलता यादव के अलावा रेखा ने जिला पंचायत अध्यक्ष पद के लिए नामांकन पत्र दाखिल किया। बदायूं में बाहुबली व पूर्व विधायक डीपी यादव के भतीजे की पत्नी वर्षा यादव ने भाजपा से जबकि सपा से पूर्व विधायक सिनोद शाक्य की पत्नी सुनीता शाक्य ने नामांकन पत्र दाखिल किया है।
फिरोजाबाद के जिला निर्वाचन अधिकारी चंद्र विजय सिंह ने बताया कि जिला पंचायत अध्यक्ष पद के लिए सपा से रुचि यादव ने सुबह अपना नामांकन पत्र दाखिल किया जबकि दोपहर को भाजपा प्रत्याशी हर्षिता सिंह ने अपना नामांकन पत्र दाखिल किया। अमेठी जिला पंचायत अध्यक्ष पद के लिए भाजपा उम्मीदवार के रूप राजेश अग्रहरि (राजेश मसाला) ने नामांकन पत्र दाखिल किया जबकि सपा से गौरीगंज के पार्टी विधायक राकेश प्रताप सिंह की पत्नी शीलम सिंह ने नामांकन पत्र दाखिल किया है।
बागपत में जिला पंचायत अध्यक्ष के चुनाव को लेकर एक दिन में ही उम्मीदवार की निष्ठा कई बार बदली। सुबह के वक्त राष्ट्रीय लोकदल (रालोद) की उम्मीदवार रहीं ममता किशोर ने भाजपा का दामन थामा था लेकिन कुछ ही घंटे बाद उन्होंने रालोद में वापसी कर ली है। यहां रालोद ने ममता किशोर को और भाजपा ने बबली देवी को प्रत्याशी बनाया है।ममता किशोर का कहना है कि जबरन उन्हें भाजपा की सदस्यता दिलाई गई थी लेकिन अब वो अपने घर वापस आ गई हैं।
एटा में जिला पंचायत अध्यक्ष पद के प्रतिष्ठा पूर्ण चुनाव में आज सपा व भाजपा के प्रत्याशियों ने अध्यक्ष पद के लिए अपना-अपना नामांकन किया। यहां सपा की पूर्व घोषित प्रत्याशी रेखा यादव ने कलेक्ट्रेट स्थित जिला निर्वाचन अधिकारी अंकित अग्रवाल के समक्ष अपना नामांकन पत्र प्रस्तुत किया। वहीं भाजपा की ओर से विनीता यादव इस पद के लिए उम्मीदवार हैं। गीता देवी ने भी जिला पंचायत अध्यक्ष के लिए अपना नामांकन पत्र दाखिल किया है।
भदोही की जिलाधिकारी आर्यका अखौरी ने बताया कि जिला पंचायत पद अध्यक्ष पद के लिए अमित कुमार सिंह उर्फ़ प्रिंस ने भाजपा के अधिकृत प्रत्याशी के तौर पर और अनिरुद्ध त्रिपाठी तथा चंद्रभूषण त्रिपाठी ने निर्दल उम्मीदवार के रूप में अपना-अपना पर्चा दाखिल किया है। उधर समाजवादी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम ने 11 जिलों के पार्टी अध्यक्षों को पद से हटा दिया है।
पार्टी द्वारा जारी बयान के मुताबिक गोरखपुर, मुरादाबाद, झांसी, आगरा, गौतमबुद्धनगर,मऊ, बलरामपुर, श्रावस्ती, भदोही, गोंडा व ललितपुर के पार्टी जिलाध्यक्षें को हटाया गया है। पार्टी सूत्रों के मुताबिक यह वह जिले हैं जहां सपा प्रत्याशी अपना नामांकन दाखिल नहीं कर पाएं थे। राज्य निर्वाचन आयुक्त मनोज कुमार ने बताया कि आगामी 29 जून तक उम्मीदवार अपना नामांकन वापस ले सकते हैं। उन्होंने बताया कि तीन जुलाई को सुबह 11 बजे से अपराह्न तीन बजे तक मतदान तथा उसके बाद मतगणना होगी।
राज्य निर्वाचन आयुक्त कार्यालय द्वारा जारी एक बयान के अनुसार त्रिस्तरीय पंचायत सामान्य निर्वाचन 2021 के अध्यक्ष जिला पंचायत के पदों के मतदान एवं मतगणना को स्वतंत्र, निष्पक्ष, पारदर्शी एवं शान्तिपूर्ण कराने हेतु प्रदेश के समस्त जनपदों में वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारियों को प्रेक्षक के रूप में तैनात किया गया है।
कुमार ने तैनात प्रेक्षकों को निर्देश दिए हैं कि सम्बन्धित प्रेक्षक अपने तैनाती जनपदों के मुख्यालय में आगामी दो जुलाई के पूर्वाह्न तक अवश्य पहुंच जाएं और इसकी लिखित सूचना आयोग को उपलब्ध कराएं। उन्होंने प्रेक्षकों को अपने तैनाती जनपद मुख्यालय पहुंचकर मतदान एवं मतगणना की समुचित तैयारियों के बारे में संबंधित अधिकारियों के साथ बैठक कर निष्पक्ष, पारदर्शी, स्वतन्त्र एवं शान्तिपूर्ण निर्वाचन सम्पन्न कराने हेतु आवश्यकतानुसार व्यवस्थाएं सुनिश्चित करने का भी निर्देश दिया है।
उन्होंने कहा कि तैनात प्रेक्षक सम्बन्धित जनपदों में की गई तैयारियों का निरीक्षण अवश्य कर लें और कोई गम्भीर समस्या एवं अनियमितता परिलक्षित होती है तो आयोग के संज्ञान में तत्काल लाई जाए। उत्तर प्रदेश में अगले साल विधानसभा चुनाव से पहले राजनीतिक दलों के लिए ग्रामीण क्षेत्र में अपनी दमदार उपस्थिति दर्ज कराने का मौका बने जिला पंचायत अध्यक्ष चुनावों में 18 उम्मीदवारों को निर्विरोध चुना जाना तय हो चुका है जिनमें करीब 13 सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के हैं।
राज्य निर्वाचन आयोग से मिली जानकारी के अनुसार बुलंदशहर,मऊ,गोरखपुर,गोंडा,बलरामपुर,श्रावस्ती,चित्रकूट, इटावा, ललितपुर,झांसी,आगरा,मुरादाबाद,नोएडा,गाजियाबाद और मेरठ में सिर्फ एक उम्मीदवार ने नामांकन कराया वहीं बांदा में दो और अमरोहा एवं वाराणसी में एक एक नामांकन पत्र जांच के बाद निरस्त किए जाने से एकमात्र उम्मीदवार का निर्विरोध चुना जाना तय है।
आगरा से मंजू भदौरिया,ग़ाज़ियाबाद से ममता त्यागी,मुरादाबाद से डॉ. शेफाली, बुलंदशहर से डॉ. अंतुल तेवतिया, ललितपुर से कैलाश निरंजन,मऊ से मनोज राय,चित्रकूट से अशोक जाटव,गौतमबुद्ध नगर से अमित चौधरी, श्रावस्ती से दद्दन मिश्र,गोरखपुर से साधना सिंह,बलरामपुर से आरती तिवारी,झांसी से पवन कुमार गौतम,गोंडा से घनश्याम मिश्र का भाजपा प्रत्याशी के तौर पर जीतना तय है वहीं मेरठ से गौरव चौधरी,गौतमबुद्ध नगर में अमित चौधरी के अलावा इटावा से पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के चचेरे भाई सपा के अभिषेक यादव का निर्वाचन तय है।
जौनपुर में सबसे ज्यादा पांच उम्मीदवारों के बीच मुकाबला है जबकि प्रतापगढ,बागपत और सीतापुर में चार-चार प्रत्याशी चुनाव मैदान में है। सहारनपुर,मुजफ्फरनगर,शामली, बुलंदशहर, हापुड़, बिजनौर, बरेली, पीलीभीत, शाहजहांपुर,हाथरस, अलीगढ, कासगंज, मथुरा,फिरोजाबाद,मैनपुरी,कन्नौज,कानपुर देहात,कानपुर नगर, जालौन, महोबा, हमीरपुर, कौशांबी, प्रयागराज, रायबरेली, हरदोई, लखनऊ, अमेठी, बाराबंकी, अंबेडकरनगर,अयोध्या, बहराइच,बस्ती,सिद्धार्थनगर,महराजगंज,कुशीनगर,देवरिया,बलिया, चंदौली,मीरजापुर और सोनभद्र में दोहरा मुकाबला है जिनमें ज्यादातर सीटों में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और समाजवादी पार्टी (सपा) के उम्मीदवार आमने-सामने हैं।(एजेंसियां)