उन्होंने कहा, नोटबंदी की नीति पहले ही भारत के लोगों को भारी मुश्किल में डाल चुकी है और इसका हमारी अर्थव्यवस्था पर व्यापक असर हुआ है। ऐसा अनुमान था कि 30 दिसंबर तक इस नीति के चलते पैदा हुई मुश्किलें खत्म हो जाएंगी, लेकिन ऐसा नहीं हुआ।
कांग्रेस प्रमुख सोनिया गांधी के राजनीतिक सचिव पटेल ने कहा कि यह हैरतअंगेज है कि बैंकों में जमा किए गए पुराने 500 और 1000 रुपए के नोटों के कुल मूल्य के बारे में कोई सूचना नहीं है। उन्होंने कहा, पारदर्शिता और जवाबदेही के लिए मेरा आपसे अनुरोध है कि इस महत्वपूर्ण सूचना को जल्द से जल्द सार्वजनिक करें।
पटेल ने कहा, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आठ नवंबर को राष्ट्र के नाम अपने संबोधन में लोगों से गंभीर प्रतिबद्धता जाहिर की थी कि बंद किए गए नोटों को इस साल 31 मार्च तक आरबीआई के निर्धारित काउंटरों पर जमा किया जा सकता है।