इंदौर (मध्यप्रदेश)। लोकायुक्त पुलिस ने भ्रष्टाचार की शिकायत पर इंदौर एवं खरगोन जिलों में एक पटवारी के ठिकानों पर गुरुवार को छापे मारे। लोकायुक्त पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि छापों में पटवारी की 2 करोड़ रुपए से ज्यादा की चल-अचल संपत्ति के सुराग मिले हैं, जो उसकी वैध आय से कहीं ज्यादा है।
लोकायुक्त पुलिस के उपाधीक्षक (डीएसपी) प्रवीण सिंह बघेल ने बताया कि खरगोन जिले की गोगांवा तहसील में पदस्थ पटवारी जितेंद्र सोलंकी (45) के खिलाफ शिकायत मिली थी कि उन्होंने भ्रष्ट तरीकों से बड़ी संपत्ति अर्जित की है। डीएसपी के मुताबिक इस शिकायत पर इंदौर और खरगोन जिलों में सोलंकी के चार ठिकानों पर छापे मारे गए।
बघेल ने बताया कि छापों में सोलंकी के ठिकानों से 4.5 लाख रुपए की नकदी मिली और उनके एक फ्लैट, पांच मकानों और सात दुकानों का पता चला। उन्होंने बताया कि पटवारी की बहन और बहनोई के नाम पर खरीदी गई अचल संपत्तियों को लेकर भी जांच की जा रही है।
डीएसपी ने बताया कि सोलंकी के पिता भी पटवारी थे और उनकी मृत्यु के बाद उनके बेटे को अनुकंपा नियुक्ति के आधार पर सरकारी सेवा में शामिल किया गया था। उन्होंने बताया, सोलंकी ने अपनी करीब 25 साल की सरकारी नौकरी के दौरान वेतन से लगभग 60 लाख रुपए कमाए हैं, जबकि हमें उनकी 2 करोड़ रुपए से अधिक की चल-अचल संपत्तियों के सुराग मिले हैं।