एटीएस एवं एसओजी के अतिरिक्त महानिदेशक उमेश मिश्रा ने बताया कि गंगापुर सिटी निवासी गोपाल गुप्ता ने अवैध तरीके से अर्जित अपनी काली कमाई को नोटबंदी के बाद लगभग 7 लाख रुपए बैंक कर्मियों की मिलीभगत से जमा करवाकर मृतक के पूर्व से हस्ताक्षर किए हुए चैकों को अभियुक्त द्वारा स्वयं राशि भरकर विभिन्न तरीकों से भुगतान करा लिया।
उन्होंने बताया कि मृतक की मां सीतादेवी ने शिकायत दर्ज कराई कि उनके मृत पुत्र वीरेन्द्र पांडे (32) अभियुक्त गोपाल गुप्ता की स्लेट फैक्ट्री में काम करता था। इस दौरान गोपाल द्वारा मृतक एवं अन्य फैक्ट्री कर्मियों के पंजाब नेशनल बैंक गंगापुर सिटी में खाते खुलवाकर उनकी चैक बुक जारी करवाकर खाताधारकों से खाली चैकों पर हस्ताक्षर करवाकर अपने पास रख लिए थे और उनका स्वयं उपयोग करता रहा।