आज बुधवार को यहां पत्रकारों से बातचीत में उन्होंने बताया कि पुलवामा जिले के अवंतीपोरा इलाके में सक्रिय लश्कर व जैश के जिन 7 आतंकियों को पकड़ा गया है, उनमें एक बीए प्रथम वर्ष का छात्र है। उन्होंने बताया कि हमें अपने तंत्र से पता चला था कि पंपोर में जैश-ए-मोहम्मद ने कुछ नए लड़कों को भर्ती किया है। ये 14 फरवरी 2019 की तरह ही कोई बड़ा बम धमाका करने की साजिश की तैयारी कर रहे हैं। हमने सभी संदिग्ध तत्वों की निगरानी शुरू की और साहिल नजीर नामक एक युवक को पकड़ लिया। बीए प्रथम वर्ष का छात्र साहिल पंपोर में रहता है। वह इंटरनेट मीडिया के जरिए जिहादी तत्वों के साथ संपर्क में आकर आतंकी संगठन का हिस्सा बना था।
उन्होंने यह भी दावा किया कि कश्मीर में आतंक का नया पर्याय बने आतंकी संगठन द रजिस्टेंस फ्रंट जम्मू-कश्मीर (टीआरएफ) ग्रीष्मकालीन राजधानी में किसी बड़ी वारदात को अंजाम देने की फिराक में है। इसके लिए टीआरएफ का कमांडर शेख अब्बास खुद श्रीनगर में डेरा डाले हुए है। उसके मंसूबों को नाकाम बनाने के लिए पूरे श्रीनगर में हाईअलर्ट जारी किया गया है। उसे पकड़ने के लिए एक विशेष दल भी तैयार किया गया है, जो लगातार उसके संभावित ठिकानों पर दबिश दे रहा है।
आईजीपी कश्मीर विजय कुमार ने बताया टीआरएफ का चीफ कमांडर शेख अब्बास इस समय श्रीनगर के छन्नपोरा इलाके में ही किसी जगह छिपा हो सकता है। इस इलाके में उसकी गतिविधियों की सूचना मिली है। पूरे श्रीनगर में हाईअलर्ट जारी किया गया है। सभी सुरक्षा एजेंसियां पूरी सतर्कता बरत रही हैं। टीआरएफ कमांडर को पकड़ने के लिए छन्नपोरा समेत श्रीनगर के विभिन्न इलाको में सक्रिय संदिग्ध तत्वों और आतंकियों के ओवरग्राउंड वर्करों को चिन्हित कर उनकी गतिविधियों की निगरानी की जा रही है।