भाजपा और शिवसेना यूं तो दोनों ही हिन्दूवादी पार्टी हैं और दोनों ही भगवा झंडा उठाती हैं। दोनों का साथ भी लंबा रहा है, लेकिन 'कुर्सी' के खेल में रिश्ते तार-तार हो गए। अब दोनों ही दल एक दूसरे के मुखर आलोचक हैं। जब दोनों दलों के नेता आमने-सामने होते हैं तल्खियां चेहरे पर साफ नजर आती हैं।
दरअसल, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी मंगलवार को मुंबई के दौरे पर पहुंचे थे। इस मौके पर आईएनएस शिकारा हेलीपोर्ट पर महाराष्ट्र के राज्यपाल भगतसिंह कोश्यारी, मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे, डिप्टी सीएम अजित पवार और राज्य के प्रोटोकॉल मंत्री आदित्य ठाकरे उनकी अगवानी के लिए पहुंचे थे।
स्वागत की रस्म के दौरान एक दृश्य कैमरे में ऐसा भी कैद हुआ, जिसमें उद्धव हाथ जोड़े हुए खड़े हैं और मोदी ने उनके दाहिने बाजू पर हाथ रखा हुआ है। हालांकि इस दृश्य में मोदी के चेहरे पर सख्ती साफ दिखाई दे रही है। चूंकि उद्धव ने मास्क लगा रखा था, इसके चलते उनके चेहरे के भाव स्पष्ट दिखाई नहीं दे रहे हैं।
आपको बता दें कि महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री ठाकरे कई मौकों पर प्रधानमंत्री की सीधी आलोचना कर चुके हैं। 2017 में मोदी द्वारा कांग्रेस नेताओं को यह कहना कि उनके पास उनकी (कांग्रेस नेताओं की) पूरी जन्मकुंडली है। तब ठाकरे ने उन्हें चेताते हुए कहा था कि उनके पास मोदी की जन्मकुंडली है। तब ठाकरे ने कहा था कि क्या मोदी यह भूल गए कि गोधरा सांप्रदायिक दंगे के बाद वे कैसे बच निकले? यह मेरे दिवंगत पिता बाल ठाकरे की वजह से हुआ, जो हमेशा उनके समर्थन में खड़े रहे।
हालांकि 2021 में उनके करीब आने की खबरें भी सामने आई थीं, जब ठाकरे ने उपमुख्यमंत्री अजीत पवार और पीडब्ल्यूडी मंत्री अशोक चव्हाण के साथ इस दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की थी। हालांकि दोनों 'भगवा' दलों के बीच की दुरियां कम होने के फिलहाल तो कोई संकेत नहीं हैं।