इस दौरान सरकार से उन्होंने मांग की कि देवस्थानम बोर्ड को समाप्त किया जाए। उत्तराखंड देवस्थानम बोर्ड ने पुरोहितों की केदारनाथ मंदिर के भीतर आवाजाही पर रोक लगाई है, इसके कारण तीर्थ पुरोहितों में आक्रोश है।
तीर्थ पुरोहितों का कहना है कि वह सदियों से भगवान केदार की पूजा-अर्चना करते आ रहे हैं, लेकिन इस बार उन्हें मंदिर के अंदर नहीं जाने दिया जा रहा है। इसके चलते वे बाबा केदार की पूजा-अर्चना नहीं कर पा रहे हैं। इसके विरोध में आज तीर्थ पुरोहितों ने देवस्थानम बोर्ड के खिलाफ मंदिर के आगे धरना दिया।
इस प्रकरण को लेकर गंगोत्री धाम में भी तीर्थ पुराहितों ने देवास्थानम बोर्ड के खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर डाला। गंगोत्री मंदिर समिति के सचिव दीपक सेमवाल ने कहा कि अगर उत्तराखंड देवस्थानम बोर्ड के नाम पर इसी प्रकार मनमानी का जाती है तो वे अपना आंदोलन और तेज करेंगे, जिसकी जिम्मेदारी उत्तराखंड सरकार की होगी।