शिवसेना के संस्थापक और अपने चाचा दिवंगत बाल ठाकरे को याद करते हुए मनसे प्रमुख ने कहा कि ऐसी ही गंदी राजनीति के चलते 2006 में उन्होंने शिवसेना छोड़ दी थी। बृहन्मुंबई महानगरपालिका में दूसरी सबसे बड़ी पार्टी भाजपा ने भी इस दलबदल के आलोक में शिवसेना पर खरीद-फरोख्त का आरोप लगाया, हालांकि उद्धव ठाकरे ने इसे घर वापसी बताया। (भाषा)