मद्रास न्यायालय ने दरअसल बुधवार को रजनीकांत को संपत्ति कर जल्द भरने की चेतावनी देते हुए कहा था कि वे टैक्स न भरकर न्यायालय का समय बर्बाद कर रहे हैं। इसके बाद गुरुवार को उन्होंने अप्रैल और सितम्बर के बीच का 6 लाख 56 हजार रूपए का संपत्ति टैक्स भर दिया जिसकी रसीद ग्रेटर चेन्नई कॉर्पोरेशन द्वारा जारी की गई थी जो व्यापक रूप से सोशल मीडिया में वायरल हो रही है।