मृतक परमजीत उर्फ सोनू दास माओवादी संगठन के लिए काम करता था। हालांकि उसने हाल के दिनों में संगठन से हटकर झारखंड जनमुक्ति परिषद (जेजेएमपी) नाम से अपना संगठन खड़ा किया था, जिसके बाद क्षेत्र में विकास योजनाओं में लगे ठेकेदारों, कोयला व्यवसायियों के अलावा कोयलांचल में आतंक फैलाकर लेवी वसूलने की फिराक में जुटा था। परमजीत की हत्या के बाद इलाके में वर्चस्व की लड़ाई को लेकर खूनी संघर्ष होने की आशंका भी जताई जा रही है।
इस घटना को नक्सलियों ने अंजाम दिया या फिर इसके पीछे अपराधियों का हाथ है, इसका खुलासा अभी नहीं हो पाया है। शव को पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल भेज दिया गया है। पुलिस मामले की छानबीन में जुट गई है।(वार्ता)