राउत ने फड़णवीस पर ड्रग माफिया को लेकर साधा निशाना, क्या कहा?
शुक्रवार, 20 अक्टूबर 2023 (15:45 IST)
Sanjay Raut targets Devendra Fadnavis: शिवसेना (Uddhav Thackeray faction) के नेता संजय राउत (Sanjay Raut) ने मुंबई पुलिस द्वारा 300 करोड़ रुपए मूल्य की ड्रग 'मेफेड्रोन' जब्त किए जाने का जिक्र करते हुए शुक्रवार को महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस (Devendra Fadnavis) पर राज्य में मादक पदार्थ माफिया को बचाने का आरोप लगाया।
महाराष्ट्र में मादक पदार्थ के बढ़ते खतरे के विरोध में नासिक में 1 मार्च में शामिल होने से पहले राउत पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे। उन्होंने कहा कि फडणवीस विपक्ष के बारे में सब कुछ जानते हैं। वे मादक पदार्थ माफिया के बारे में कैसे नहीं जानते? वे माफिया और उन लोगों को बचा रहे हैं, जो हफ्ता ले रहे हैं।
राउत ने 300 करोड़ रुपए मूल्य की मेफोड्रोन जब्त किए जाने के मामले के मुख्य आरोपी ललित पाटिल को महज एक मोहरा बताते हुए कहा कि वास्तव में मादक पदार्थ माफियाओं के दोस्त विधानसभा में बैठे हैं। यह महाराष्ट्र की दुर्दशा है कि हमारे पास ऐसा गृहमंत्री (फडणवीस) है।
ललित पाटिल की गिरफ्तारी के बाद राज्य में सत्ता पक्ष और विपक्ष आमने-सामने हैं। बुधवार को पाटिल की गिरफ्तारी की खबर आने के कुछ घंटों बाद फडणवीस ने कहा था कि जल्द ही एक बड़ा खुलासा होगा। राउत ने यह भी आरोप लगाया कि विधायक और मंत्री हफ्ता लेते हैं। उन्होंने कहा कि एक विधायक ड्रग माफियाओं से 16 लाख रुपए हफ्ता लेता है और ऐसे 6 विधायक हैं।
राउत ने कहा कि उनकी पार्टी ने मादक पदार्थों के सेवन से होने वाले नुकसान को लेकर जागरूकता फैलाने के लिए नासिक में मोर्चा का आयोजन किया, लेकिन छात्रों और अभिभावकों को इसमें शामिल होने से रोकने के लिए हरसंभव प्रयास किए गए। उन्होंने कहा कि हमने छात्रों और अभिभावकों से आज के मोर्चे में शामिल होने की अपील की थी हालांकि शिक्षा अधिकारी ने आदेश जारी कर कहा कि छात्र मोर्चे में शामिल न हों। क्या शिक्षा विभाग मादक पदार्थ का समर्थन करता है?
मुंबई की साकीनाका पुलिस ने 6 अक्टूबर को कहा था कि उन्होंने 2 महीने तक चले एक अभियान के दौरान 300 करोड़ रुपए मूल्य की 151 किलोग्राम मेफोड्रोन जब्त की है और विभिन्न शहरों से कई लोगों को इस मामले में गिरफ्तार किया है। जांच के दौरान नासिक में स्थित एक ड्रग उत्पादन इकाई का भी भंडाफोड़ किया गया।
पुलिस के मुताबिक पाटिल (37) इस गिरोह का सरगना है। पाटिल 2 अक्टूबर को पुणे के ससून जनरल अस्पताल से भाग गया था। बाद में उसे मंगलवार की रात बेंगलुरु के पास से गिरफ्तार किया गया।(भाषा)