इंडियन एक्सप्रेस में छपी खबर के अनुसार, फर्जी फेसबुक अकाउंट के जरिए ही उसने 2015 में शैलजा से दोस्ती की थी। उस समय उसकी पोस्टिंग जम्मू कश्मीर में थी। 6 महीने के बाद उसने अपनी असली पहचान जाहिर की थी, जब शैलजा ने उससे मिलने के लिए हामी भरी थी।
सूत्रों के अनुसार फिर उसका ट्रांसफर मेरठ हो गया था, हालांकि उसने अपील की कि उसे नगालैंड के दिमापुर ट्रांसफर कर दिया जाए। दिमापुर में वह शैलजा से लगातार मिलने लगा और फिर शैलजा ने उसे अपने पति से मिलवाया। शैलजा ने उसे अपने घर पार्टी में भी बुलाया था।