शिवराज ने नागरिकों से साझा की दिल की बातें

सोमवार, 12 फ़रवरी 2018 (00:07 IST)
भोपाल। मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आज प्रसारित कार्यक्रम 'दिल से' में जनता को प्रदेश के विकास और नव-निर्माण में सर्वश्रेष्ठ योगदान के लिए अनुकरणीय व्यक्तित्व, पवित्र पर्व और योजनाओं तथा कार्यक्रमों की भावनाओं एवं उद्देश्य को स्पष्ट करते हुए प्रेरित किया।

चौहान ने सरकार द्वारा गरीब, किसान, वनवासी कल्याण के कार्यक्रमों, स्वास्थ्य, शिक्षा के कार्यो, एकात्म यात्रा, नर्मदा जयंती, स्वच्छता सर्वेक्षण, परीक्षाएं, कैंसर दिवस, अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस, महाशिवरात्रि पर्व आदि सम-सायमिक विषयों पर विचार व्यक्त किए।

उन्होंने प्रेरणादाई व्यक्तियों का जिक्र करते हुए जीवन मूल्यों को स्पष्ट किया। नागरिकों से सीधा-संवाद करते हुए उनकी अपेक्षाएं और उनकी उपलब्धियों पर बातचीत की। आधिकारिक जानकारी के अनुसार उन्होंने देश की सीमाओं की रक्षा करते हुए प्राणों का उत्सर्ग करने वाले ग्वालियर के वीर सैनिक शहीद रामअवतार को दिल की गहराईयों से श्रद्धांजलि दी।

उन्होंने कहा कि देश के लिए प्राणों का बलिदान करने वाले शहीद रामवतार प्रदेशवासियों के लिए प्रेरणा के स्रोत हैं। उन्होंने शहीद सैनिक की पत्नी, बेटे और बेटी को पूर्ण संरक्षण, एक करोड़ रुपए की श्रद्धा निधि, परिवार के एक सदस्य को अनुकंपा नियुक्ति और बच्चों की अच्छी शिक्षा-दीक्षा के लिए ग्वालियर में फ्लैट अथवा भूखंड देने, किसी एक संस्थान का नाम उनके नाम पर रखने और परिवार एवं समुदाय की सहमति से प्रतिमा लगाने की जानकारी दी।

उन्होंने सरोजनी नायडू महाविद्यालय भोपाल की छात्रा शुभांगी जैन के प्रेरणादाई व्यक्तित्व का भी उल्लेख किया। उन्होंने बताया कि छात्रा पैर की गंभीर बीमारी के कारण चल-फिर नहीं सकती किन्तु बालिका की हिम्मत, जज्बा आश्चर्य चकित करने वाला है। बीमारी के बावजूद वह पूरा मन लगाकर पढ़ती है। प्रथम श्रेणी में परीक्षाएं उत्तीर्ण करती है। उन्होंने चिकित्सकों की टीम बनाकर शुभांगी की बीमारी का परीक्षण और उपचार करवाने की जानकारी दी। 

 
उन्होंने पं. दीनदयाल उपाध्याय का स्मरण करते हुए कहा कि दुनिया को वैकल्पिक दर्शन दिया। मनुष्य, समाज और सरकार के उद्देश्य और संरचना कैसी होनी चाहिए बताया है। उनके विचारों से प्रेरणा लेकर प्रदेश की सरकार अंतिम व्यक्ति के उत्थान के लिए अन्त्योदय के पथ पर अग्रसर है।

उनके जीवन की प्रमाणीकता के विभिन्न प्रसंगों का उल्लेख करते हुए कहा कि सरकार ने गरीब कल्याण एजेंडे के तहत 26 जनवरी से रहने लायक भूमि के पट्टे वितरण का अभियान शुरु किया है। उन्होंने गरीब कल्याण कार्यों का विवरण देते हुए बताया कि इस वर्ष 15 लाख पक्के मकान दिए जाएंगे। दीनदयाल रसोई में भरपेट भोजन की व्यवस्था की गई है।

उज्जवला योजना, गैस कनेक्शन देकर गरीब की रसोई को धुंआ मुक्त किया है। उमरिया में महुआ के फूल बीनने वाली बहनों के साथ चर्चा की घटना का जिक्र करते हुए बताया कि उनके लिए चरण पादुका योजना लागू की गई है जिसमें जूते-चप्पल, पीने के पानी की कुप्पी और बहनों को साड़ी देने का कार्य अगले माह से शुरु हो जाएगा। वन उपज का उचित मूल्य दिलवाने के लिए उनका मूल्य निर्धारित किया गया है।

तेदूंपत्ता संग्राहकों का उचित मजदूरी की व्यवस्थाएं भी की है। गरीबी को उपचार में बाधा नहीं आए, इसके लिए सरकार ने वल्लभ भाई नि:शुल्क औषधि वितरण योजना तथा राज्य बीमारी सहायता निधि में 2 लाख रुपए तक के उपचार की सहायता जिला स्तर पर देने के लिए कलेक्टर को अधिकृत किया है।

इसी तरह मूक-बधिर बच्चों की शल्य क्रिया के लिए मुख्यमंत्री बाल श्रवण योजना और दिल में छेद के रोग पीड़ित बच्चों के ऑपरेशन के लिए मुख्यमंत्री बाल हृदय उपचार योजनाएं संचालित हैं। माताओं-बहनों के स्वास्थ्य परीक्षण के लिए स्वास्थ्य शिविर और निसंतान महिलाओं के उपचार के कार्य भी किए गए हैं। (वार्ता)

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