शौर्य स्मारक के शुक्रवार को हो रहे लोकर्पण कार्यक्रम के पहले गुरुवार को अपने ब्लॉग में चौहान ने लिखा, मेरे मन में हमेशा से एक सपना पलता रहा कि प्रदेश की राजधानी भोपाल में एक ऐसा अनूठा और भव्य शौर्य स्मारक बने, जो समाज, विशेषकर नई पीढ़ी को हमारे वीरों के शौर्य तथा बलिदान से परिचित कराने के साथ-साथ उनके रोम-रोम में देशप्रेम की भावना भर दे।
चौहान ने लिखा, बहुत विचार और विशेषज्ञों से परामर्श के बाद शौर्य स्मारक का कार्य अरेरा पहाड़ी पर उपयुक्त स्थल चुनकर शुरू किया गया। कड़े परिश्रम और उत्कृष्ट शिल्पकारी के फलस्वरूप भव्य शौर्य स्मारक बनकर तैयार है।
चौहान ने कहा, भारत भूमि वीर-प्रसूता है। इसकी माटी में ऐसे वीर सपूतों और वीरांगनाओं ने जन्म लिया है, जिनके शौर्य की गाथाएं सदियों से लोगों की जुबान पर हैं। किताबों के पन्ने उनकी वीरगाथाओं से भरे पड़े हैं। उनकी वीरता के कार्यों पर आधारित लोकगीत गांव-गांव, घर-घर में गाए जाते हैं। यह सब उनके प्रति हमारी कृतज्ञता की अभिव्यक्ति हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा, हमारे लिए यह गर्व की बात है कि शौर्य स्मारक का शुभारंभ करने परम राष्ट्रभक्त और देश के विकास में अपने जीवन का हर पल समर्पित करने वाले प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी आ रहे हैं। रक्षामंत्री मनोहर पर्रिकर भी इस अवसर पर उपस्थित रहेंगे। हमारा प्रयास है कि तीनों सेनाओं के प्रमुख भी इस अवसर पर उपस्थित रहें। (भाषा)