मुखपत्र में लिखा गया है, 'ओवैसी के हिरवे झंडे को मुंबई के बांद्रा पूर्व के उपचुनाव में किस तरह से जनता ने पराभूत किया, यह हर किसी ने देखा। ओवैसी भाइयों को बांद्रा में हुई पराजय नहीं भूलना चाहिए।
सामना के अनुसार, नई मुंबई में अब छोटी धारावी और मिनी पाकिस्तान खड़े हो रहे हैं। चोरी, सेंधमारी और डकैती की घटनाओं ने शहर को परेशान कर रखा है, और बांग्लादेशी इस शहर को दीमक की तरह चाट रहे हैं।