उन्होंने बताया कि प्रतिमा को आंशिक रूप से नुकसान पहुंचाया गया और प्रतिमा के चेहरे पर कालिख पोती गई। यहां से एक पोस्टर भी मिला है जिस पर शब्द कट्टरपंथी लिखा है। इससे पहले तमिलनाडु के त्रिपुरा में वाम आंदोलन के बड़े नेता ब्लादिमीर लेनिन की दो प्रतिमाएं गिरा दी गई थीं जबकि द्रविड़ नेता ईवी रामवस्वामी पेरियार की एक प्रतिमा गिराई गई थी।
मुखर्जी की जिस प्रतिमा को नुकसान पहुंचाया गया है वह मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के आवास के समीप केओरातला शवदाहगृह इलाके में स्थित है। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है। भाजपा के राष्ट्रीय सचिव राहुल सिन्हा ने घटना पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि जब भी वामदल सत्ता से बाहर होते हैं, तब वे ऐसे हथकंडे अपनाते हैं। वामपंथी लोग राष्ट्रविरोधी हैं। (भाषा)