प्रभास पाटण थाने के प्रभारी राकेश ठाकर ने शुक्रवार को बताया कि शहर के सफारी पार्क के निकट स्थित सुखसागर होटल के 7 नेपाली कर्मी होटल के ऊपर ही बने उनके कमरे में गुरुवार रात सोए थे तथा उन्होंने ठंड से बचने के लिए कोयले की अंगीठी जला रखी थी। रात को बंद कमरे में अंगीठी के कारण पैदा हुई कार्बन मोनो ऑक्साइड गैस से दम घुट जाने से इनमें से 3 नरेन्द्र सोता (31), मानसिंग सोता (32) तथा बिल्लू विज (24) की मौत हो गई।