घाटी में हड़ताल से जनजीवन प्रभावित

शुक्रवार, 30 दिसंबर 2016 (17:00 IST)
श्रीनगर। पश्चिमी पाकिस्तान के शरणार्थियों (डब्ल्यूपीआर) को पहचान प्रमाणपत्र जारी किए जाने के विरोध में अलगाववादियों द्वारा आयोजित हड़ताल के कारण कश्मीर घाटी में शुक्रवार को जनजीवन प्रभावित रहा। अधिकारियों ने बताया कि श्रीनगर में अधिकतर दुकानें, पेट्रोल पंप और अन्य व्यावसायिक प्रतिष्ठान बंद रहे, वहीं सड़कों पर सार्वजनिक वाहन भी कम उतरे।

 
उन्होंने बताया कि हड़ताल के चलते शहर में सड़क के किनारे दुकान लगाने वालों की संख्या भी बहुत कम रही। संवेदनशील स्थानों पर सुरक्षा बलों को तैनात किया गया है, वहीं बैरिकेड भी लगाए गए हैं।
 
हिज्बुल मुजाहिदीन कमांडर बुरहान वानी के मारे जाने के बाद जारी आंदोलन में ढील देते हुए अलगाववादी पहले ही हर शुक्रवार और शनिवार को बंद का आह्वान कर चुके हैं। घाटी में 5 माह से अधिक समय तक अशांति रही। इस दौरान 86 लोगों की मौत हुई और 5,000 सुरक्षाकर्मियों समेत हजारों अन्य घायल हुए।
 
हुर्रियत कांफ्रेंस के दोनों गुटों और जेकेएलएफ समेत अन्य अलगाववादी संगठनों ने गुरुवार को डब्ल्यूपीआर के मुद्दे पर शुक्रवार और शनिवार को संपूर्ण बंदी का आह्वान किया था। उन्होंने आरोप लगाया कि डब्ल्यूपीआर को पहचान पत्र जारी करने का लक्ष्य जम्मू-कश्मीर की जनसांख्यिकी को बदलना है। (भाषा)

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