छोटे कुल की रस्म के साथ अनौपचारिक रूप से संपन्न हुए 805 वें सालाना उर्स के बाद गत देर रात ख्वाजा साहब के वंशज,सज्जदानशीन और दरगाह दीवान जैनुअल आबेदीन और उनके भाई सैयद अलाद्दुन अलीमी के बीच दरगाह दीवान की गद्दी को लेकर विवाद गहरा गया है।
सोमवार को दरगाह दीवान आबेदीन की ओर से जारी विज्ञप्ति में गौवंश के वध एवं मांस की बिखरी पर सरकार द्वारा प्रतिबंध लगाए जाने की मांग, मुस्लिमों से बीफ सेवन छोड़ने का आग्रह,तथा खुद एवं परिवार द्वारा बीफ सेवन छोड़ने की घोषणा के साथ ही तीन तलाक को कुरान के आधार पर अवांछनीय करार देते हुए बयान जारी किया गया।
गौरतलब है कि कौमी एकता एवं भाईचारे की अजमेर नगरी में तीर्थराज पुष्कर स्थित ब्रह्मा मंदिर की गद्दी का विवाद निपटा भी नहीं है कि सूफी संत ख्वाजा साहब की दरगाह पर दीवान की गद्दी का विवाद शुरू हो गया है। इससे देर रात मुस्लिम समुदाय सकते में आ गया और इसकी मिश्रित प्रतिक्रियाएं सुनने को मिल रही है। उल्लेखनीय है कि दरगाह दीवान आबेदीन और दरगाह के खादिमो का सनातनी बैर पहले से ही चला आ रहा है और समय समय पर विवाद होता रहा है। (वार्ता)