जॉर्ज के मुताबिक, युवक की हालत स्थिर है। उन्होंने बताया कि संक्रमित के संपर्क में रहे लोगों पर करीबी नजर रखी जा रही है और उनकी हालत भी स्थिर है। हालांकि जॉर्ज ने स्पष्ट किया कि मंकीपॉक्स को लेकर घबराने की जरूरत नहीं है, क्योंकि राज्यभर में जांच और निगरानी बढ़ा दी गई है।
तिरुवनंतपुरम में स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों की एक उच्चस्तरीय बैठक के बाद मंत्री ने कहा, हर किसी को मंकीपॉक्स के बारे में जानकारी होनी चाहिए। सभी जिलों में पृथकवास केंद्रों की व्यवस्था की गई है। हवाईअड्डों पर हेल्प डेस्क की स्थापना के साथ ही निगरानी बढ़ा दी गई है।
उन्होंने अधिकारियों को यह सुनिश्चित करने का निर्देश दिया कि राज्य के सभी स्वास्थ्यकर्मी मंकीपॉक्स से निपटने के लिए प्रशिक्षित हों। इससे पहले भारत में मंकीपॉक्स का दूसरा मामला केरल के कन्नूर जिले में दर्ज किया गया था। 13 जुलाई को दुबई से कन्नूर लौटे शख्स में संक्रमण की पुष्टि हुई थी। उसका इलाज तिरुवनंतपुरम के परियारम मेडिकल कॉलेज में चल रहा है।