तृणमूल कांग्रेस (TMC) सांसद कल्याण बनर्जी ने पश्चिम बंगाल के लिए लंबित केंद्रीय निधि को लेकर मंगलवार को केंद्रीय ग्रामीण विकास मंत्री शिवराज सिंह चौहान पर निशाना साधा और आरोप लगाया कि वे अमीरों के दलाल हैं। भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने पलटवार करते हुए तृणमूल सांसद से उनके इस अपमानजनक बयान के लिए माफी की मांग की।
उन्होंने आरोप लगाया, शिवराज सिंह चौहान अमीरों के दलाल हैं... वह गरीबों के लिए काम नहीं करते और इसलिए उन्हें मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री पद से हटा दिया गया। उन्होंने संवाददाताओं से कहा, हमें पिछले तीन वर्षों से धन नहीं दिया गया है। वे कह रहे हैं कि कुछ विसंगतियां हैं... (मनरेगा के तहत) 25 लाख फर्जी जॉब कार्ड हैं... हमने उनसे फर्जी कार्डों के खिलाफ आपराधिक कार्यवाही आगे बढ़ाने के लिए कहा है, लेकिन वे पश्चिम बंगाल के 10 करोड़ लोगों को धन से वंचित नहीं कर सकते।
चौधरी ने पीटीआई से कहा कि यह अच्छी बात नहीं है, एक वरिष्ठ सांसद की ऐसी भाषा उन्हें शोभा नहीं देती। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी सबका साथ, सबका विकास के सिद्धांत पर काम कर रहे हैं। किसी भी राज्य के साथ कोई भेदभाव नहीं किया गया है और सभी को अपना हिस्सा मिल रहा है।
उन्होंने कहा कि दुर्भाग्य से पश्चिम बंगाल सरकार केंद्रीय योजनाओं के नाम बदल देती है और भ्रष्टाचार में लिप्त हो जाती है। एक मंत्री के खिलाफ ऐसी भाषा का इस्तेमाल करना सही नहीं है। बनर्जी को माफी मांगनी चाहिए। लोकसभा में सरकार ने कहा कि उसने मनरेगा की राशि जारी करने में कभी भी किसी राज्य के साथ भेदभाव नहीं किया है।
चौहान ने कहा, चाहे तमिलनाडु हो या पश्चिम बंगाल, मोदी सरकार ने कभी किसी राज्य के साथ भेदभाव नहीं किया है। मनरेगा का लंबित बकाया जल्द ही जारी किया जाएगा। भाषा